ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU), जिसे पहले मिथिला विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था, बिहार के दरभंगा में स्थित एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। यह विश्वविद्यालय 1972 में स्थापित किया गया था और तब से यह मिथिला क्षेत्र के शैक्षिक और सांस्कृतिक विकास का केंद्र रहा है। इस लेख में, हम LNMU के इतिहास, पाठ्यक्रम, प्रवेश प्रक्रिया, सुविधाओं, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का इतिहास
LNMU की स्थापना 5 अगस्त 1972 को बिहार सरकार के एक अध्यादेश के तहत की गई थी, जिसे बाद में विधानमंडल के माध्यम से लागू किया गया। यह विश्वविद्यालय मिथिला क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग का परिणाम है। प्रख्यात शिक्षाविदों जैसे डॉ. अमरनाथ झा, डॉ. आर.सी. मजूमदार, डॉ. ए.एस. अल्टेकर, और डॉ. सुनील कुमार चटर्जी ने दरभंगा में एक आधुनिक विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग को समर्थन दिया था।
विश्वविद्यालय की शुरुआत दरभंगा-सकरी मार्ग पर सरा मोहनपुर गांव के मोहनपुर हाउस से हुई थी। 1975 में, इसे राज दरभंगा के परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया, जो अब इसका स्थायी परिसर है। 1980 में, विश्वविद्यालय का नाम बदलकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय रखा गया, जो भारत के पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा की स्मृति में किया गया। यह विश्वविद्यालय बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1976 द्वारा संचालित होता है।
LNMU का परिसर और क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र
LNMU का परिसर 230 एकड़ में फैला हुआ है और यह आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यह परिसर दरभंगा के कामेश्वरनगर में स्थित है, जो मिथिला क्षेत्र के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र बिहार के चार जिलों – मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, और बेगूसराय तक फैला हुआ है।
विश्वविद्यालय में 43 संबद्ध कॉलेज, 25 संबद्ध निजी कॉलेज, और दो सरकारी कॉलेज (दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, और बिरौली, समस्तीपुर में ग्रामीण संस्थान) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, LNMU में 21 स्नातकोत्तर विभाग और 18 अध्ययन केंद्र हैं, जो विभिन्न शैक्षिक और अनुसंधान गतिविधियों का समर्थन करते हैं।

LNMU द्वारा प्रदान किए जाने वाले पाठ्यक्रम
LNMU विभिन्न क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर, और डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रम प्रदान करता है। विश्वविद्यालय में 1456 से अधिक पाठ्यक्रम 12 विभिन्न धाराओं में उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कला (Arts): बीए, एमए (हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, आदि)
- विज्ञान (Science): बीएससी, एमएससी (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, आदि)
- वाणिज्य (Commerce): बीकॉम, एमकॉम
- प्रबंधन (Management): एमबीए
- शिक्षा (Education): बीएड
- कानून (Law): एलएलबी
- कंप्यूटर विज्ञान: एमसीए
- डॉक्टरेट कार्यक्रम: विभिन्न विषयों में पीएचडी
विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) के माध्यम से भी कई पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिसकी शुरुआत 1998 में हुई थी। वर्तमान में, लगभग 30% छात्र दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के तहत अध्ययन करते हैं।
प्रमुख कार्यक्रम:
- एमबीए: प्रवेश के लिए MAT या CMAT जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्रवेश परीक्षाओं की आवश्यकता होती है, जिसके बाद समूह चर्चा और व्यक्तिगत साक्षात्कार होते हैं।
- बीएड: प्रवेश LNMU प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है।
प्रवेश प्रक्रिया
LNMU में प्रवेश प्रक्रिया पाठ्यक्रम के आधार पर भिन्न होती है। यहाँ सामान्य प्रवेश प्रक्रिया दी गई है:
- स्नातक (UG) पाठ्यक्रम:
- पात्रता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 में कम से कम 45-50% अंक प्राप्त करने चाहिए।
- प्रवेश: मेरिट के आधार पर, कुछ पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा का विकल्प भी उपलब्ध है।
- आवेदन प्रक्रिया: आधिकारिक वेबसाइट (lnmu.ac.in) पर ऑनलाइन आवेदन करें। उम्मीदवारों को पंजीकरण, पाठ्यक्रम चयन, और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं।
- स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रम:
- पात्रता: संबंधित विषय में स्नातक डिग्री के साथ न्यूनतम 50% अंक।
- प्रवेश: मेरिट या प्रवेश परीक्षा (जैसे MAT/CMAT एमबीए के लिए) के आधार पर।
- आवेदन प्रक्रिया: आधिकारिक वेबसाइट (govexams.com/lnmu_pg) पर पंजीकरण करें और आवेदन पत्र भरें।
- डॉक्टरेट (PhD) कार्यक्रम:
- प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार अनिवार्य हैं।
आवेदन शुल्क: विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए, दूरस्थ शिक्षा के लिए आवेदन शुल्क लगभग 1000 रुपये है।
महत्वपूर्ण तिथियां (2025-26 सत्र):
- यूजी प्रथम मेरिट सूची: 2 जुलाई 2025
- दूरस्थ शिक्षा आवेदन की अंतिम तिथि: 30 जुलाई 2025
LNMU की सुविधाएं
LNMU अपने छात्रों और शिक्षकों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है:
- पुस्तकालय: विश्वविद्यालय का केंद्रीय पुस्तकालय किताबों, पत्रिकाओं, और इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों का व्यापक संग्रह प्रदान करता है।
- छात्रावास: लड़कों के लिए तीन और लड़कियों के लिए एक छात्रावास उपलब्ध है।
- प्रयोगशालाएं: विज्ञान और इंजीनियरिंग छात्रों के लिए विशेष प्रयोगशालाएं।
- खेल सुविधाएं: विभिन्न खेल गतिविधियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- अनुसंधान केंद्र: रिमोट सेंसिंग लैब और ब्रेल लैब सहित अनुसंधान सुविधाएं।
- कैंटीन: स्वच्छ और स्वादिष्ट भोजन की सुविधा।
- सांस्कृतिक और पाठ्येतर गतिविधियां: संगीत, नृत्य, नाटक, और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन।

शैक्षिक और सांस्कृतिक महत्व
LNMU मिथिला क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देता है। यह विश्वविद्यालय न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं को भी प्रोत्साहित करता है। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के सेमिनार, कार्यशालाएं, और सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय वेबिनार, राष्ट्रीय पोषण सप्ताह, और LNMU स्वर्ण जयंती।
विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा B++ ग्रेड और UGC द्वारा मान्यता प्राप्त है, जो इसकी शैक्षिक गुणवत्ता को दर्शाता है। यह बिहार में तीसरे स्थान पर रैंक करता है।
उल्लेखनीय पूर्व छात्र और उपलब्धियां
LNMU के कई पूर्व छात्र विभिन्न क्षेत्रों जैसे मीडिया, इंजीनियरिंग, और शिक्षा में अपनी पहचान बना चुके हैं। विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति साकेत कुशवाहा, जो एक कृषि अर्थशास्त्री हैं, ने भी इसकी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के छात्रसंघ जैसे NSUI, AISF, JAAP, JDU, RJD, और ABVP सक्रिय रूप से छात्र हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
निष्कर्ष
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय बिहार के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि छात्रों के समग्र विकास को भी प्रोत्साहित करता है। 230 एकड़ के विशाल परिसर, आधुनिक सुविधाओं, और मिथिला की सांस्कृतिक विरासत के साथ, LNMU उन छात्रों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो शैक्षिक और पेशेवर उत्कृष्टता की तलाश में हैं।
अधिक जानकारी के लिए: lnmu.ac.in पर जाएं।
आपके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं!